https://youtu.be/H_NSawM8d1g
द िबग िपFचर/िवशेष – राफे ल पर फै सला
xxxxxxxxxx.xxx/xxxxx/xxxxxxxx/xxx-xxxxxx-xxxxxxx
संदंदभ´´
xx xx xxx´ ने कहा है िक 36 राफे ल लड़ाकू िवमान के सौदे म" कोई गड़बड़ी नह$ है। इसके साथ ही कोट´ ने सीबीआई म" मामला दज´ कराने और कोट´ क* िनगरानी म" जाँच क* मांग वाली सभी याचकाओं को खा0रज कर िदया है। कोट´ ने अपने आदेश म" कहा है िक राफे ल सौदे क* ि2या म" कोई कमी नह$ है। खरीद ि2या, क*मत और ऑफसेट साझेदार के मामले म" सरकारी ह5त7ेप िकये जाने का कोई ठोस सा9य नह$ है।
वायसेना क* ताकत को बढ़ाने और उसक* य<क 7मता को मज़ब बनाने के िलये समय-समय पर सरकार लड़ाक
xxxxx और अ?य तकनीक* 7मताओं से उसे लैस करती रहती है।
इसी 2म म" सरकार ने लड़ाकू िवमान बनाने वाली ffiांस क* कं पनी डसाBट एिवएशन से 2 इंजन वाला लड़ाकू िवमान
खरीदने का समझौता िकया जो य< के समय कई कार क* अहम भिू मका िनभाने म" स7म है।
लेिकन इस सौदे को लेकर कई तरह क* बात" उठती रह$। हालाँिक सु ीम कोट´ ने इस सौदे को सही करार िदया।
Fया हैै स ुु ीम कोट´´ का फैै सला?
?xxxxxx ने अपने आदेश म" कहा है िक 36 िवमान को खरीदने के फै सले पर सवाल उठाना गलत है। कोट´ ने कहा िक देश क* सुर7ा के िलये इन लड़ाकू िवमान क* ज़Vरत है।
xxx´ अदालत ने सौदे म" कथत अिनयिमतता क* िकसी भी बात को मानने से इनकार कर िदया। कोट´ ने कहा िक देश के िलये लड़ाकू िवमान ज़Vरी हF और इसके बगैर काम नह$ चलेगा।
मुGय ?यायाधीश रज फै सला सुनाया है।
x xxxxx, ?यायमूत xxxx xxxx xxx और ?यायमू त के .एम. xxxxx x* पीठ ने एकमत से यह
दरअसल 10 अ ैल, 2015 को ffiा से भारत म" योग के िलये परू ी तरह से तैयार 36 राफे ल लड़ाकू िवमान के सौदे
क* घोषणा क* गई थी।
सु ीम कोट´ म" इस सौदे क* जाँच को लेकर कई याचकाएँ दायर क* गई थ$।
इनम" म था।
Vप से सौदे म" िनण´य लेने क* ि2या, सौदे के िलये क*मत और ऑफसेट साझेदार बनाने का मुMा शािमल
xx xx xxx´ ने ■सल■सलेवार तरीके से अपने आदेश म" इन म PयाGया क*।
से ज
े पहल
ं को “यान म" रखते हुए फै सले म" इनक*
म य ?यायाधीश xxx xxxxx क* अगुवाई वाली तीन सद5यीय पीठ ने अपने आदेश म" सबसे पहले िनण´य लेने वाली
ि2या से जुड़े पहलुओं को 5पQ िकया।
x xx xxx´ ने अपने आदेश म" कहा िक हमने खरीद ि2या और मBू य िनधार´ ण समेत िवभR पहलुओं पर वायसेना क
अधका0रय से भी जानकारी ली।
xxx´ ने अपने आदेश म" कहा िक राफे ल सौदे म" िनण´य लेने क* ि2या पर संदेह करने का कोई कारण नह$ है। इसम"
अदालत क* ओर से कोई जा क* आवSयकता नह$ है। यह सौदा देश के िलये एक िवVीय लाभ है।
यह र7ा खरीद से जुड़ा करार है जहाँ ?यायक समी7ा नह$ हो सकती। सौदे म" ि2या का Pयापक Vप से पालन िकया गया है।
लड़ाकू िवमान क* ज़Vरत पर कोई संदेह नह$ है। िवमान क* ग वVा सवाल के घेरे म" नह$ है। xxx´ ने ओदश म" कहा
िक 126 लड़ाकू िवमान क* खरीद के िलये लंबी बातचीत का कोई प0रणाम नह$ िनकला।
कोट´ ने कहा िक 126 क* जगह 36 िवमान को खरीदने क* सरकार के फै सले पर सवाल नह$ उठा सकते। कोट´ सरकार को 126 या 36 िवमान खरीदने के िलये बा“य नह$ कर सकता।
xxx´ ने साफ कहा, 36 राफे ल िवमान क* खरीद क* ि2या 23 ■सतंबर, 2016 को खUम हुई, उस समय तक सौदे पर कोई सवाल नह$ उठाया गया।
xxx´ ने कहा िक राफे ल सौदे पर सवाल उस वN उठा जब फ़X ाँस के प
?यायक समी7ा का आधार नह$ हो सकता।
´ राQXपत ffiां5वा ओलांद ने बयान िदया िक यह
xxxxx x x* क*मत
याचका म" कहा गया िक राफे ल सौदे के िलये Yयादा राश दी गई है और आरोप लगाया िक सरकार इसक* क*मत का
खलासा नह$ कर रही है।
xx xx xxx´ ने कहा िक आदेश के बाद सरकार ने सीलबंद िलफाफे म" िवमान क* क*मत के बारे म" कोट´ को जानकारी
दी। उससे पता चला िक सरकार ने संसद म" भी िवमान क* म नह$ िकया है।
क*मत के अलावा म
य िनधा´रण िववरण का खल
ासा
इसके पीछे कारण यह है िक क*मत का िववरण देने से दोन देश के बीच हुए समझौत का उ[ंघन होता और इससे राQXीय सुर7ा भािवत हो सकती है।
कोट´ ने कहा िक हमने बढ़ती लागत के साथ िवमान क* मूल क*मत से तुलना करने के साथ ही दोन देश के बीच समझौत से जुड़े पहलओु ं क* बारीक* से जाँच क*।
सभी त“य से साफ है िक 36 राफे ल िवमान क* खरीद से भारत को वाणिčयक लाभ हुआ है।
xxx´ अदालत का मानना है िक क*मत के तलु नाUमक िववरण पर फै सला लेना अदालत का काम नह$ है।
ऑफसेटेट साझेदेदार सेे जड़ुुड़ेे पहलू
याचका म" कहा गया था िक भारत सरकार ने करार म" सरकारी कं पनी Ėहद5तान एरोनॉिटFस िलिमटेड क* अनदेखी
कर 0रलायंस एयरो5टX Fचर िलिमटेड को शािमल करने के िलये दसाBट कं पनी को मजबूर िकया।
ऑफसेट साझेदार मामले पर तीन सद5यीय पीठ ने कहा िक िकसी भी िनजी फम´ को Pयावसायक लाभ पहुँचाने का कोई ठोस सबूत नह$ िमला है।
ऑफसेट साझेदार के मामले म" सरकारी ह5त7ेप के कोई ठोस सा9य नह$ है।
0रलायंस को ऑफसेट पाट´नर च कोई भूिमका नह$ है।
ने म" कामशयल पेपर से संबंधत कोई सब
नह$ है और इसम" भारत सरकार क*
3 माच´, 2018 को सबसे पहले िवमान क* खरीद संबंधी क" 7 के फै सल क* 5वतंc जा तथा क*मत का खलासा
करने के िलये सु ीम कोट´ म" जनिहत याचका दायर क* गई।
5 ■xxxxx को कोट´ ने जनिहत याचका पर सुनवाई करने क* 5वीकृ त दी। 14 नवंबर को सु ीम कोट´ ने इस मामले क* सुनवाई पूरी क*।
Fया हैै लड़ाकूू िवमान का सौदा और Fय इसक* ज़Vरत पड़ी?
भारतीय वायस
xxx ने अपनी 7मता को बढ़ाने के िलये वष´ 2001 म" अत0रN लड़ाकू िवमान क* मांग क* थी। इसे
“यान म" रखते हुए ज 2001 म" सरकार ने सै<ांतक Vप से 120 लड़ाकू िवमान को खरीदने के 5ताव का अनुमोदन िकया।
इसके िलये िदसंबर 2002 म" पहली बार एक पारदशe र7ा खरीद ि2या तैयार क* गई।
वष´ 2005 म" इस ि2या म" एक ऑफसेट 5ाज भी शािमल िकया गया तािक इसके 5वदेशीकरण और भाव को बढ़ाया जा सके ।
इसके बाद वष´ 2007 म" वायसु ेना क* ओर से MMRC यानी िमडयम मBटी रोड कॉgबेट एयर2ाPट खरीदने का
5ताव सरकार को भेजा गया।
भारत सरकार ने xxxxxxx के इस 5ताव को 5वीकार करते हुए 126 लड़ाकू िवमान को खरीदने क* मंज़ूरी दी।
अग5त 2007 म" इसके िलये बोली लगाने क* ि2या शVु हुई। दरअसल, यह सौदा उस मीडयम मBटी रोड कॉgबैट एयर2ाPट काय´2म का िह5सा है ■जसे र7ा मंcालय क* ओर से इंडयन एयरफोस´ लाइट कॉgबैट एयर2ाPट और
सुखोई के बीच मौज अंतर को खUम करने के मकसद से शुV िकया गया था।
इसके िलये MMRC क* िबडग ि2या म" अमे0रका का बोईग
एफ/ए-18ई/एफ सुपर हॉरनेट, ffiा
का दसॉBट राफे ल,
िjटेन का यूरो फाइटर, अमे0रका का लॉकहीड माfटन एफ-16 फाBकन, Vस का िमको यान िमग-35 और 5वीडन का साब 39 िlपेन जैसे एयर2ाPट शािमल हुए।
िबडग ि2या परू ी करने के बाद वायस
xxx ने कई िवमान का तकनीक* परी7ण और मूBयांकन िकया तथा वष´ 2011 म"
घोषणा क* िक राफे ल और यूरोफाइटर टाइफू न उसके मानदंड पर खरे उतरे हF और आिखरकार 6 फाइटर जेट िवमान म" से राफे ल को चुना गया।
xxxxx ल का चुनुनाव Fय िकया गया?
राफे ल का चुनाव इसिलये िकया गया िक राफे ल क* क*मत बाक* लड़ाकू िवमान क* तलु ना म" कम थी। साथ ही इसका रख-रखाव क* लागत भी कम थी।
राफे ल का च ाव करने के बाद वष´ 2012 म" राफे ल को L-1 िबडर घोिषत िकया गया और इसको बनाने वाली कं पनी
दसॉBट एिवएशन के साथ कॉ?टX ैFट को लेकर बातचीत शुV हुई।
लेिकन RFP अनुपालन और लागत संबंधी कई मसल क* वज़ह से वष´ 2014 तक यह बातचीत अधूरी ही रही।
वष´ 2014 म" जब नर7 xxxx क* सरकार बनी तो इस िदशा म" िफर से यास शुV िकये गए।
धानमंcी क* ffiाँस याcा के दौरान अ ैल 2015 म" भारत और ffiा के बीच इस िवमान क* खरीद को लेकर एक नई
घोषणा हुई। इस घोषणा म" भारत ने जBद-से-जBद 36 राफे ल िवमान mाई अवे यानी उड़ान के िलये तैयार िवमान हा■सल करने क* बात कही।
इसके बाद जनवरी 2016 म" भारत और ffiासँ के बीच 36 लड़ाकू िवमान के िलये सहमत-पc पर ह5ता7र हुए।
■सतंबर 2016 म" दोन देश ने िवमान क* आपू त क* शतn के िलये एक अंतर-सरकारी समझौते पर ह5ता7र िकये।
इसके अनुसार िवमान क* आपूत वायसेना क* ज़Vरत के मुतािबक उसके oारा तय समय-सीमा के भीतर होनी थी
तथा िवमान के साथ ज े तमाम ■स5टम और हथयार क* आपूत भी वायसेना oारा तय मानक के अनुVप होनी है।
इसम" कहा गया िक लंबे समय तक िवमान के रख-रखाव क* िज़gमेदारी ffiाँस क* होगी।
समझौते पर द5तखत होने के लगभग 18 महीने के भीतर िवमान क* आपूत शुV करने क* बात कही गई।
सरकार का दावा है िक उसने यह सौदा यूपीए सरकार के सौदे क* तुलना म" बेहतर क*मत म" िकया है। यूपीए क* डील म"
टेFनोलॉजी 5थानांतरण क* कोई बात नह$ थी। ■सफ´ मै?यफ मौजूदा समझौते म" मेक इन इंडया के तहत पहल क* गई।
ै FचĖरग टेFनोलॉजी का लाइस"स देने क* बात थी लेिकन
समझौते के तहत ffiासँ ीसी कं पनी भारत म" मेक इन इंडया को बढ़ावा देगी।
राफे ल िवमान को वैqक 5तर पर सवा´ धक स7म लड़ाकू िवमान म" से एक माना जाता है। इस िवमान के आने से न
के वल भारतीय वायसेना क* 7मता बढ़ेगी बिBक हमारी सेना ऐसे हर तरह के िमशन म" इसका इ5तेमाल कर अपनी
पहुँच और मारक 7मता को काफ* बढ़ा सके गी।
राफेे ल िवमान क* िवशेषेषता
राफे ल िवमान ffiा क* दसॉBट एिवएशन oारा बनाया गया दो इंजन वाला लड़ाकू िवमान है। राफे ल लड़ाकू िवमान को
आgनी रोल िवमान के Vप म" रखा गया है जो य<
के समय महsवप
´ भिू मका िनभाने म" स7म हF।
हवाई 7मता हो या ज़मीनी काय´वाही या दर है।
से दSु मन पर सटीक िनशाना लगाना हो इसम" राफे ल िवमान का जवाब नह$
मौजदू ा समय म" दिु नया भर म" सबसे Yयादा स7म लड़ाकू िवमान म" से एक राफे ल लड़ाकू िवमान कई खूिबय से लैस है।
यह एक बहु-उपयोगी लड़ाकू िवमान है। इस िवमान क* लंबाई 15.27 मीटर है और इसम" एक या दो पायलट ही बैठ सकते हF।
यह िवमान ऊँ चाई वाले इलाक म" भी लड़ने म" मािहर है। यह एक िमनट म" 60,000 फु ट क* ऊँ चाई तक जा सकता है। यह अधकतम 24,500 िकलोlाम भार उठाकर उड़ने म" स7म है। इसक* अधकतम रuतार 2200 से 2500
िकलोमीटर त घंटा है और यह 3800 िकलोमीटर तक उड़ान भर सकता है।
ऑपटX ोिनक ■सFयोर ffiं टल इ?ffiारड
सच´ और टX ैक ■स5टम से लैस इस िवमान म" MBDA, MICA, MBDA मेटेओर
और MBDA अपाचे जैसी कई तरह क* खतरनाक िमसाइल" और गन लगी होती हF जो पल भर म" दSु मन को ख़Uम कर सकती हF।
राफे ल परमाणु हथयार xx जाने म" स7म है। इस तरह क* िमसाइल चीन, पािक5तान समेत प भी नह$ है।
े एशया म" िकसी के पास
यह हवा से ज़मीन पर मार करने वाली 5कBप मशीन से लैस है। 5कBप मशीन क* रज
300 िकलोमीटर है जो िक 4.5
जेनरशन के िŊन इंजन से लैस है।
वत´मान म" भारतीय वायसेना का मGु य लड़ाकू िवमान, Vस से खरीदा गया सखु ोई िवमान है। राफे ल क* कई खा■सयत"
उसे सुखोई से Yयादा कारगर बनाती हF।
राफे ल क* मारक 7मता 78-1055 िकलोमीटर तक है, जबिक सखु ोई क* मारक 7मता 400 से 550 िकलोमीटर तक है।
िन4कष´´
दरअसल, पािक5तान और चीन से देश क* सीमाओं क* सुर7ा का मामला हमेशा से एक बड़ा मुMा रहा है। वायसेना म" पहले से
ही लड़ाकू िवमान क* कमी है, ऐसे म" राफे ल िवमान भारत के िलये बहुत ही ज़Vरी है। इस िवमान का उपयोग अफगािन5तान,
इराक, सी0रया, लीिबया और मालदीव म" हुई जंगी काय´वाही म" हो च ा है और यह काफ* सफल रहा है। अगर राफे ल को
वायसेना के जंगी जहाज़ के बेड़े म" शािमल िकया जाता है तो इससे सेना को एक नई ताकत िमलेगी। राफे ल सौदे पर सु ीम
कोट´ का यह फै सला सरकार और िवप7 दोन के िलये एक संदेश है िक र7ा जैसे संवेदनशील मसले को िबना िकसी ठोस
आधार के अदालत म" ख$चना और राजनीतक म ा बनाना ठीक नह$ है।